क्या है इस पोस्ट में ?
एक बार एक किसान ने अपने पडोसी को भला बुरा कह दिया। पर जब बाद में उसे अपनी गलती का एहसास हुआ तो वह एक संत के पास गया।उसने संत से अपने शब्द वापस लेने का उपाय पूछा।
संत ने किसान से कहा : तुम खूब सारे पंख इकठ्ठा कर लो , और उन्हें शहर के बीचो-बीच जाकर रख दो । किसान ने ऐसा ही किया और फिर संत के पास पहुंच गया।
तब संत ने कहा : ” अब जाओ और उन पंखों को इकट्ठा कर के वापस ले आओ किसान वापस गया पर तब तक सारे पंख हवा से इधर-उधर उड़ चुके थे। और किसान खाली हाथ संत के पास पंहुचा ।
तब संत ने उससे कहा कि ठीक ऐसा ही तुम्हारे द्वारा कहे गए शब्दों के साथ होता है। तुम आसानी से इन्हें अपने मुख से निकाल तो सकते हो पर चाह कर भी वापस नहीं ले सकते।
Motivational Story In Hindi
Bole hue shabad kabhi vapis nahi aate
कहानी का सार Moral of Story
कुछ कड़वा बोलने से पहले ये याद रखें कि भला-बुरा कहने के बाद कुछ भी के अपने शब्द वापस नहीं लिए जा सकते।हाँ, आप उस व्यक्ति से जाकर क्षमा ज़रूर मांग सकते हैं। पर आपके बोले कड़वे बोल वापिस नहीं होंगे ।
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सतिनाम सिंह पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर है। Web developer काम के साथ इनको पढ़ने , लिखने का शौक ह। इसी ज्ञान को दुसरो के साथ बाटने के लिए ही मैंने इस हिंदी शोभा ब्लॉग की स्थापना की है। देश के लोगो को सरल भाषा में पूरी जानकारी देना ही मेरा लक्ष्य है।
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