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Adopted Child return back to birth parents | क्या गोद लिया बचा वापिस किया जा , लिया जा सकता है ?

Adopted Child return back to birth parents :- हेलो दोस्तों , इस आर्टिकल में चर्चा करने वाले है के क्या गोद लिए बच्चे को वापिस कर सकते है , या जिसने दिया है वो माता पिता अपना बच्चा वापिस ले सकता है । हमने आपने पिछले आर्टिकल्स में Baccha god kaise le ? बच्चा गोद लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करे ? Baccha god लेने के लिए process क्या है ? Child Adoption Rules and Regulation complete details के बारे में विस्तार से चर्चा की है । adopted child returned to birth parents कैसे होगा ?

इस आर्टिकल में हम Child Adoption Cancel कर सकते है ? क्या कोई अपना God diya baccha vapis le sakta है ? क्या गोद लिया हुआ बच्चा अपने असल माता पिता के पास वापिस जा सकता है ? Child Adoption Bound Broke punishment क्या है ? पूरी जानकरी के लिए इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक पढ़े।

क्या गोद लिया बच्चा वापिस कर सकते है ? ( Is this possible to return back Adopted child ?)

नहीं जी , सबसे बड़ा सवाल यही है , के गोद लिए बच्चे को वापिस कर सकते है ? अगर आप legal trike se child adopt करते है , तो आप गोद लिए बच्चे को वापिस नहीं कर सकते है । अगर आप कोई भी Child god लेते गई तो आपको इसके लिए पूरा आपको Child adoption legal process under हिंदू दत्तक ग्रहण और रखरखाव अधिनियम (HAMA), 1956 या जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन) एक्ट, 2015 के तहत Baccha Adoption Register करना पड़ता है । जिसके बाद बच्चा क़ानूनी रूप से गोद लेने वाले का हो जाता है । यह एक इंडियन गवर्नमेंट डिपार्टमेंट Central Adoption Resource Authority ( CARA ) के अंडर आता है । कोई भी Child adoption registration application form पहले CARA agency के पास आता है , जिसके बाद बच्चा गोद लेने के लिए अगली करवाई प्रोसेस होती है ।

अगर की दत्तक मातापिता बच्चे को वापिस करने की कोशिश करता है तो अदालत इस केस में Bacche को नाबालिग होने पर Property में से हिस्सा लेकर उसके नाम करा देता है । जिस पर के Adopted child ka Legal right होता है । क्या adopted child returned to birth parents case में क्या होगा ? इसके लिए हम आगे विस्तार से चर्चा करने वाले है ।

क्या कोई अपना बच्चा वापिस ले सकता है ? Adopted child vapis le Sakte hai ?

बहुत बार क्या होता है लोग छोटे बच्चे को गोद दे देते है, और जवान होने पर जब कमाई करने लगता है तो आपने बच्चा वापिस मांगने लगते है । जो के बहुत ही गलत है । ऐसे बहुत से केस देखने को मिले है , बहुत बार तो केस अदालत तक चले जाते है । बहुत से परिवार जैसे के दोस्त मित्र या रिश्तेदारी में लोगो एक दूसरे से बिना किसी लिख लिखा के बच्चा गोद ले लेते – देते है । जो के बाद में दोनों परिवारों के लिए परेशानी का सबब बनते है । adopted child returned to birth parents में बहुत बार court case भी होते है ।

ऐसे मामले में बच्चे के साथ दोनों परिवारों का DNA match किया जाता है । जिसके साथ Adopted child DNA match होता है । अदालत उसी को बच्चा सौप देती है । इसलिए जब भी आप किसी बच्चा गोद लेते है तो पूरा child adoption legal process follow करने के बाद Child Adoption Register complete करे । ताकि भविष्य में आपको ऐसी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े ।

बिना कानूनी प्रक्रिया के गोद लिया गया हो तो वो उनकी प्रॉपर्टी का भी हकदार नहीं बनता। चाहे आपस में रिश्तेदारों को ही बच्चा दिया गया हो। अगर कोई आपसी सहमति से बच्चा गोद देना भी चाहता है तो इसके लिए जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत प्रक्रिया अपनाई जानी चाहिए। इसके बाद ही वो उनकी संपत्ति का कानूनी वारिस बन सकेगा। इसके बगैर संपत्ति के मामले में उसका हक उन्हीं मां-बाप पर रहेगा, जिन्होंने उसे जन्म दिया है। एक्ट में यह प्रोविजन दो साल पहले आई थी लेकिन पंजाब में बच्चे गोद लेने-देने की अवैध प्रक्रिया को देखते हुए इसके बारे में जागरूकता फैलाने की जरूरत है। 

Publish Date:- Fri, 27 Dec 2019 Source: Jagran

क्या Adopted child आपने असल माता पिता के पास वापिस जा सकता है ?

हाँ , बहुत से केस में ऐसे होता है । जब कोई बच्चा छोटी आयु में गोद दिया जाता है , पर जैसे हो वो बड़ा होता है और उसे अपने असल माता पिता के बारे में पता लगता है । तो वह आपने असल माता पिता के पास वापिस जाने के लिए जिद करने लगता है । पर इस Child Adoption case पे क्या होता है ? Could Adopted Child go back to biological parents , if they wants ?

बिना Child adoption registration के god लिए बच्चे के लिए के मामले में अदालत बच्चे के सहमति और मर्जी के हिसाब से फैसला देता है । बहुत से केस में तो 18-20 वर्ष बाद भी बच्चे आपने असल माता पिता के पास जाने की जिद करते है । पर Without child Adoption registration case में बच्चे को उसकी ईशा के अनुसार उसके असल माता पिता को सौंप दिया जाता है । जो के bina registration baccha god lene वाले माता पिता के लिए बहुत दुकड़े होता है । पर ऐसे मामले में Illegal Adopted child का गोद लेने वाले माता पिता की प्रॉपर्टी पर कोई अधिकार नहीं रहता । According to CARA Rules adopted child returned to birth parents not possible if they adopted into legal child adoption Act .

Legal Child Adoption case में अदालत Child adoption paper देखता है । उसके अनुसार कनूनी रूप में बच्चे के ऊपर गोद लेने वाले माता पिता का अधिकार होता है । अगर फिर भी बच्चा अपने असल माता पिता में पास जाने की जिद करता है या , कोई गलत , दत्तक माता-पिता को छति पूछने को कोशिश करता है तो दत्तक माता-पिता Adopted child को अपनी property से बेदखल कर सकता है ।

Published Date:- 15 Apr 2021 Source: Hindustan News

Adopted Child return back to birth parents (बच्चा वापिस करने के नियम और रूल्स and Case types )

इंडिया में बच्चा जो लेने के बाद वापिस लेने या देने के केस आते है । जिसमे आम तौर पर दो प्रकार के केस होते है । जिसमे एक तो लीगल तरिके से Adopt bacche केस होते है । जबकि दूसरे Without Child adoption return case होते है । तो आइए जानते इनके बारे में विस्तार से :-

लीगल तरीक़े से बच्चा गोद लिए केस में ( Child return back into Legal Child Adoption case )

CARA ने Child Adoption Rules and regulation के हिसाब से आगरा आप कनूनी तौर पर बच्चा गोद लेते है तो इस Child adoption wapis case में फैसला दत्तक माता पिता के हक़ में ही आता है । अगर कोई गोद दिए बच्चे का असल ( Adopted child biological parents ) आपने बच्चा देने के बाद वापिस मांगते है तो यह कनूनी रूप से गलत है । क्योके एक बार Child Adoption Certificate मिलने के बाद बच्चा पूरी तरह से दत्तक माता पिता का होता है । उस बच्चे के ऊपर दत्तक माता पिता को legal rights होता है ।

एक बार Bachha adopt देने के बाद Adopted Child’s Biological Parents का बच्चे ऊपर कोई हक़ नहीं रहता । और गोद दिया बच्चा भी आपने असल माता पिता के सम्पति में कोई हिस्सा नहीं मांग सकता । Adopted child’s legal property rights केवल ते केवल दत्तक माता पिता को प्रॉपर्टी में होता है ।

अगर कोई बच्चा किसी अनाथ आश्रम या हॉस्पिटल से गोद लिया है तो वह आपके साथ Complete Child Adoption Documentation करते है । इस केस में यह होता नहीं है । ऐसे Baccha vapis lene के केस ज्यादातर बिना लिखत पड़त के Adopt kiye Child case में ज्यादा होता है ।

बिना Child Adoption के बच्चा गोद लिए केस में ( Child return back into without Legal Child Adoption )

Baccha vapis magne के ज्यादा केस Without Child Adoption registration के लिए बच्चे में ही आते है । यह पर कोई दो फैमली दोस्त मित्र या रिस्तेदारी में बच्चा गोद दे देते है और बिना किसी Child adoption court process complete किये । जिसमे बाद में किसी कारन से आपसी झगड़े के करना god diya baccha wapis मांग लेते है या कर देते है । इस केस में आगरा कोई अदालती केस भी करता है तो फैसला God liye bacche ke biological parents के हक़ में ही जाता है ।

इस मामले में अदालत बच्चे के सही माँ बाप का पता लगाने के लिए Adopt Baccha ka DNA test और दोनों परिवारों का DNA टेस्ट करती है । जिसके साथ मैच होता बच्चा उनको असल माँ बाप को दे दिया जाता है । इस लिए बाद में कोई legal परेशानी न आये अगर बच्चा गोद लेना या देना हो तो पुरे तरिके से लीगल रूप में बच्चा अडॉप्ट करे ।

Live in Relationship से पहले पैदा हुए बच्चे को गोद दे सकते है ? ( live in Relation Child Adoption )

देश में बहुत से नौजवान घर से बहार दूर रहते है , जिसके करना वो आपने हम उम्र के लड़के लड़की के साथ रिलेशन में आ जाते है । जिसके कारन वो Live in Relationship में रहने लगते है । कई छोटी आयु में नासमझी के करना न-चाहते हुए भी बच्चे के माँ बाप बन जाते है । पर वह समाज में शादी से पहले जन्मे इस बच्चे को बदनामी के दर से खुद नहीं अपनाना चाहते , जिसके करना वो इसको किसी अनाथ या हॉस्पिटल में ही छोड़ देते है । जिसके बाद यह बच्चे अनाथ के रूप के किसी को गोद दिए जाते है ।

पर पर अगर कोई माता पिता तरस के आधार पे बिना बताए इस bacche ko god le लेता हो , without any Child Adoption Process तो यह illegal है । जो के भारतीय Child Adoption act में अधीन माने नहीं होगा । क्योके इस केस में बच्चे के असल माता पिता कभी भी अपना बच्चा वापिस मंग सकते है । और वह उस बच्चे के असल माँ बाप के रूप में उसको अपना सकते है । adopted child returned to birth parents

कुछ साल पहले दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में एक बच्चे के लिए दो दावेदार पेश हुए थे एक बच्चे के जैविक माता-पिता थे, जिनकी बच्चे के जन्म के समय शादी नहीं हुई थी। बदनामी के डर से लड़के को गोद किसी को गोद दे दिया गया। अब शादी के बाद अपने बच्चे की वापसी की मांग करने लगे। दत्तक रिश्तेदारों ने मना कर दिया। लेकिन अदालत ने बच्चे को मूल माता-पिता को को बच्चा सौंपने का आदेश दिया, क्योंकि गोद लेने की प्रक्रिया कानूनी रूप से नहीं हुई थी। भारत में गोद लेने के नियम HAMA1956 में निर्धारित किए गए थे। इसे हिंदू दत्तक ग्रहण और रखरखाव अधिनियम के रूप में जाना जाता है।

Bhaskar Newspaper

गलत या बिना रजिस्ट्रेशन बच्चा गोद लेने की सजा ( illegal Child adoption Punishment )

JJ Act के प्रावधानों का पालन किए बिना किसी भी अनाथ, परित्यक्त या आत्मसमर्पण करने वाले बच्चे को गोद लेने के उद्देश्य से देना / प्राप्त करन गैर क़ानूनी है । जिसके लिए आपको 3 साल तक की जेल और / या 1 लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है। आगरा यही अपराध किसी मान्यता प्राप्त दत्तक ग्रहण एजेंसी Child adoption Agency )द्वारा किया जाता है, तो उपरोक्त सजा के अलावा, एजेंसी का पंजीकरण और उसकी मान्यता भी कम से कम एक वर्ष के लिए वापस ले ली जाएगी।

HAMA Act 1956 के अंतर्गत इस तरह से Without registration illegal baccha god लेने या देने पर आपको राज्य सरकार से प्राधिकरण के बाद सजा 6 महीने तक की जेल और जुर्माना देना पड़ सकता है। यह जुरमाना और जेल दोनों भी हो सकते है ।

सवाल / जवाब ( FAQ )

क्या दत्तक माता-पिता के लिए दत्तक बच्चे को संपत्ति हस्तांतरित करना अनिवार्य है?

1) दत्तक ग्रहण की परिभाषा के अनुसार, गोद लिया हुआ बच्चा दत्तक माता-पिता की वैध संतान है, जिसके पास एक जैविक बच्चे के समान अधिकार, विशेषाधिकार और जिम्मेदारियां।
2) जैसा कि न्यायालय द्वारा गोद लेने का आदेश जारी किया जाता है, दत्तक माता-पिता बच्चे के माता-पिता बन जाते हैं।
3) जैविक बच्चे पर लागू होने वाले विरासत कानून गोद लिए गए बच्चे पर लागू होंगे।

हम एक रिश्तेदार के बच्चे को गोद लेना चाहते हैं। क्या हम इसे कर सकते हैं?

हाँ, यदि आप बच्चे के चाचा या चाची, मामा या चाची, या दादा-दादी हैं या नाना-नानी तो आप दत्तक ग्रहण विनियमों की धारा 51 और 53 के अनुसार गोद ले सकते हैं।

मैं एक नवजात बच्चे को गोद लेना चाहता हूं। क्या मैं अपना सकता हूँ?

नहीं, नवजात शिशु को गोद नहीं लिया जा सकता। प्रत्येक बच्चे को गोद लेने के लिए उन्हें कानूनी रूप से मुक्त घोषित करने की आवश्यकता होती है, किशोर न्याय (देखभाल और संरक्षण) अधिनियम, 2015 के तहत बाल कल्याण समिति के माध्यम से गोद लेने के लिए। प्रक्रिया को पूरा होने में आमतौर पर कम से कम दो महीने लगते हैं। इसलिए किसी भी नवजात बच्चे को प्रक्रिया के पूरा होने से पहले गोद नहीं दिया जाता ।

क्या जैविक माता-पिता अपने बच्चे के लिए वापस आ सकते हैं?

नहीं, एक बार गोद लेने का आदेश दिए जाने के बाद, जैविक माता-पिता का बच्चे के साथ कोई कानूनी संबंध नहीं होता है।

क्या कोर्ट गोद लेने वाले बच्चे के नाम पे कोई child Adoption bound amount जमा करने के लिए कहता है ?

नहीं, दत्तक माता-पिता को बच्चे के नाम पर कोई बांड या निवेश करने के लिए नहीं कहा जाएगा, दत्तक ग्रहण विनियम 2017 की धारा 12(7) के अनुसार।

क्या हमें बच्चे को सूचित करना होगा कि वह एक गोद लिया हुआ बच्चा है?

गोद लेने वाले माता पिता जो यह सुझाव दिया जाता है कि जितनी जल्दी हो सके “गोद लेने” के बारे में बच्चे को बता दे जब वह यह सभी जानने के like हो जाता है । इससे पहले को कोई उसको इस गोद लेने वाले शब्द के बारे में गलत तरिके से बताए , उससे पहले ही आप अपने Adopted child को perpare कर दो ।

क्या हमें स्कूल को सूचित करना होगा कि बच्चा गोद लिया हुआ बच्चा है?

स्कूल को यह सूचित करना कानूनी आवश्यकता नहीं है कि बच्चा गोद लिया हुआ बच्चा है।
यह सलाह दी जाती है कि इस जानकारी का खुलासा किया जाए।

क्या गोद लिए बच्चे की शादी के समय दूसरे लड़का – लड़की के परिवार को Baccha god liya है के बारे में बताना जरूरी है ?

यह सलाह दी जाती है कि इस जानकारी का खुलासा किया जाए।क्योके इससे आगे की Adopted child’s married life में आसानी होती है । बाद में यह कोई मुसीबत खड़ा कर सकती है ।

मेरे दोस्त ने सीधे अस्पताल से एक बच्चे को गोद लिया है। क्या यह कानूनी है?

नहीं, सीधे अस्पताल से गोद लेना एक अवैध गोद लेना है और कानून के तहत इसकी अनुमति नहीं है। वहां किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 80 के तहत निर्दिष्ट कारावास और जुर्माने के दंडात्मक प्रावधान है ।

बिना registration बच्चा गोद लेने या देने पर सजा कितनी है ?

JJ Act के तहत 3 साल की कैद और जुर्माना हो सकता है । और हिंदू दत्तक ग्रहण और रखरखाव अधिनियम (HAMA), 1956 के तहत राज्य सरकार से प्राधिकरण के बाद सजा 6 महीने तक की जेल और जुर्माना देना पड़ सकता है।

निष्कर्ष

हम आशा करते है के इस आर्टिकल से आपको बच्चा गोद लेने के बाद आने वाली दिक्तो के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी मिला होगा । क्या को जो दिए बच्चे को वापिस मांग सकता है ? क्या कोई God liye bacha wapis कर सकता है ? Adopted child biological माँ बाप में पास जाने की जिद करे तो क्या ? Legal trike से बच्चा गोद वापिस करने और लेने के लिए क्या रूल्स है ? Baccha adoption bound break करने पर क्या होगा ? अदि के बारे में पूरी विस्तार जानकारी मिल गयी होगी । इसी प्रकार की किसी और जानकारी के साथ अगले आर्टिकल में मिलेंगे ।

आप अपने सवाल और सुझाव निचे कमेंट कर सकते है । हम पूरी कोशिश करेंगे आपके सवालों का जवाब देने की । ज्यादा जानकारी के लिए हमे Social media पर फॉलो करे ।

धन्यवाद ।

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