क्या है इस पोस्ट में ?
हेल्लो दोस्तों, आहम इस post में Volatility kya hai और Market Volatility Meaning in Hindi का मतलब क्या है इसके बारे में जानगे ! यदि आप एक ट्रेडर व् निवेशक हो तो ऐसे में आप अपने पैसे को कही न कही निवेश करते ही होंगे लेकिन वही दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग भी है जिनको शेयर मार्किट की बेसिक के बारे में पता है लेकिन Volatility के बारे में सही जानकारी न हो पाने के कारन शेयर मार्किट में ज्यादा लम्बे समय तक नही टिक पाते है !
ऐसे में यदि आप भी Volatility के बारे में जानना चाहते हो लेकिन आपको नही पता की Volatility kise kaha jata hai और market volatility meaning in hindi का मतलब क्या है तो आप हमारे साथ इस post में शुरू से लेकर अंत तक जरुर बने रहे ! जिससे की हम आपको step by step आसानी से समझा सके की volatility kya hota hai और market volatility meaning का मतलब क्या है !
Market Volatility kya hai ?
Volatility एक रेट है यानि की कीमत, जिक्र उपर किसी दिए गये सेट के अनुसार पल भर में कीमत बढ़ जाती है और पल भर में कीमत घाट जाती है यानि की market की अस्थिरता व् उसके उतार चढाव को ही हम Volatility के नाम से जानते है !
Market Volatility meaning in hindi ?
समय के साथ कंपनी के मूल्य में बदलाव हमें Volatility को दर्शाता है यानि की जितने कम समय में जितने ज्यादा शेयर प्राइस दाम बढेगा ! ये उतना ही ज्यादा Volatility कहलाता है ! यदि किसी निवेशक ने कोई शेयर खरीद रखे है और उसके Volatility है तो ये शेयर उस निवेशक के लिए ज्यादा पैसे कमाने का अवसर यानि की सम्भावना प्रदान करता है !
Types of market volatility in hindi ?
यदि आप Types of Market Volatility जानना चाहते हो की Market Volatility कितने प्रकार की है तो आप हमारे द्वारा बताये गये निम्नलिखित points को step by step follow कर सकते है ! जिससे की हम आपको Types of Market Volatility in Hindi के बारे में सटीक जानकारी प्रदान करेगे !
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Market Volatility मुख्य रूप से 2 प्रकार की है : 1# ऐतिहासिक 2# निहित
1# ऐतिहासिक : ऐतिहासिक मार्किट शेयर मार्किट के शेयर की कीमत के उतार चढाव पर आधारित यानि की निर्भर करता है ! जिसके चलते ऐतिहासिक अस्थिरता की गड़ना करना काफी आसान है ! जिसमे इसको ऐतिहासिक समय के हिसाब से पूर्व मार्किट के अनुसार गाड़ना करते है ! जोकि आज के समय हमारे लिए बहुत ही घटक सिद्ध हो सकती है !
2# निहित : ये बाज़ार के किसी भी परिसंपत्ति के उतार चढाव के उपर आधारित है ! जिसके चलते मार्किट में सदेव अस्थिरता बनी रहती है ! जिसके चलते इसमें प्रिमिमियम इस निहित अस्थिरता का कारन है !
निहित अस्थिरता को प्रभावित करने वाले निम्नलिखित कारन :
- कीमत
- समाप्ति
- जोखिम मुक्त दर स्तर आदि !
मैं आशा करता हूँ, आप सभी को Volatility kya hai और Types of Market Volatility in Hindi का मतलब क्या है अच्छे से समझ आया होगा ! यदि अभी भी आपके मन में कोई भी सवाल हो तो आप हमें कमेंट्स में जरुर बता सकते है ! हमें आपके सभी सवालों के जवाब देते हुए बहुत ख़ुशी होती है !
Syan Gyan काफी समय से Money Investment , Money Management , Finacial , Share market , Mutual Fund रिलेटेड जानकारी के लिए बुक्स स्टडी कर रहे है और Finance related आर्टिकल लिख रहे है। यह हमारा मकसद आसान भाषा में Share market , Finace रेलतद जानकारी देना है। धन्यावाद।