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Rajya Sabha Members Election Process in Hindi

राज्य सभा मेंबर कैसे बने और उनकी पॉवर – Rajya Sabha Members Election Process in Hindi

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राज्यसभा सांसद कैसे बनते? दोस्तों जैसा कि आप लोग जानते हैं कि भारत में आगामी महीने राज्यसभा के सांसदों का चयन करने के लिए अधिसूचना जारी होने वाली है और कई राज्यों में पार्टियों ने अपने राज्य सभा में कौन से उम्मीदवार होंगे उनकी घोषणा भी कर दी है ऐसे में आप लोगों के मन में सवाल तो जरूर आता होगा कि आखिर में राज्यसभा के सांसद का चयन कैसे होता है या सांसद बनते कैसे हैं योगिता क्या होती है और उनकी वोटिंग की प्रक्रिया क्या है अगर आप इन सब के बारे में नहीं जानते हैं तो मैं आपसे अनुरोध करूंगा कि इस पोस्ट को आखिर तक पढ़े आगे जाने- 

राज्यसभा क्या होता है – What is Council of States (Rajya Sabha)

राज्यसभा भारतीय संविधान में अपर हाउस (Upper House) के रूप में जाना जाता है। यानी भारतीय सदन दो भागों में विभाजित है पहला राज्य सभा और दूसरा लोकसभा। लोकसभा में जो सांसद होते हैं उनका सीधा चयन जनता के द्वारा होता है जबकि राज्यसभा के सांसदो चयन राज्य के विधायक भाग्य लेते हैं और उनके द्वारा ही राज्यसभा के सांसदों का चयन होता है राज्यसभा का गठन 13 अगस्त 1954 को किया गया था I 

Candidate कितनी जगह से चुनाव लड़ सकता है। Maximum Seat Limit for Candidate in Election

Rajya Sabha
Rajya Sabha

राज्यसभा का सांसद बनने की योग्यता क्या है – Rajaysabha member Eligibility in Hindi

  • उम्र न्यूनतम 30 वर्ष होनी चाहिए
  • दिवालिया और पागल रहने वाले व्यक्ति राज्यसभा के सांसद नहीं हो सकते हैं
  •  भारत का स्थाई निवासी होना आवश्यक है

राज्यसभा के सांसद बनने की प्रक्रिया क्या है-  Difference Between Loksabha and Rajsabha

Upper house का सांसद का चयन राज्य के विधायकों के द्वारा किया जाता है राज्यसभा को ऊपरी सदन भी कहा जाता है सबसे बड़ी बात है कि लोकसभा को भंग किया जा सकता है लेकिन राज्यसभा को नहीं I सबसे बड़ी बात है कि लोकसभा के चुनाव विभिन्न विभिन्न अंतराल पर आयोजित करवाए जाते हैं जबकि लोकसभा के चुनाव 5 साल के बाद होते हैं इसलिए दोनों के अंदर काफी अंतर है I 

राज्य सभा के सांसद कैसे बनेंगे – Rajya Sabha Members Election Process in Hindi

राज्यसभा के सांसद बनने के लिए आपको राज्य के विधायकों का वोट मिलना आवश्यक है, तभी आप राज्यसभा के सांसद बन सकते हैं। आप ऐसे समझ सकते हैं मान लीजिए कि पंजाब विधानसभा में कुल मिलाकर 117 सीटें जब राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए यहां के विधायक वोटिंग करेंगे, तो उस राज्य से अगर कोई राज्यसभा का सांसद बनना चाहता है तो इसके लिए 19 विधायकों का समर्थन मिलना आवश्यक है। तभी जाकर वह राज्यसभा का सांसद बन सकता है।

आप इस गणित को ऐसे समझ सकते हैं पंजाब में राज्यसभा की 5 सीटें हैं एक जोड़ देते हैं तो ये संख्या बन जाती है चार (5+1=6) राज्य में कुल 117 विधानसभा सीटें हैं इसलिए 117 में 5 का भाग देते हैं। भागफल 19 आता है उसने आपको एक जोड़न इसलिए अगर पंजाब राज्य सभा से कोई सांसद बनना चाहता है तो उसके लिए उसे 20 विधायकों का समर्थन मिलना आवश्यक है

इसके अलावा वोट देने वाले प्रत्येक विधायक को यह भी बताना होता है कि उसकी पहली पसंद और दूसरी पसंद का उम्मीदवार कौन है। इस प्रकार की प्रक्रिया में राज्यसभा उम्मीदवार को सबसे अधिक विधायकों का समर्थन मिलेगा उसको यहां पर विजेता घोषित कर दिया जाएगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो दूसरे नंबर के विधायक को कितना समर्थन मिला है अगर अगर दूसरे नंबर के विधायक के बाद भी बहुमत नहीं है। तो 3 नंबर नंबर के इस प्रकार  विधायक को एक बारी वोटिंग करने का अधिकार यहां पर दिया जाता है।

राज्यसभा में सदस्यों की संख्या कितनी है – Rajay Sabha members total count

वर्तमान में राज्यसभा में कुल सीटों की संख्या 245 है। जिसमे से 233 को निर्वाचित किया जाता है तथा 12 को राष्ट्रपति द्वारा नामित किया जाता है। राष्ट्रपति द्वारा नामित सदस्य साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा जैसे क्षेत्रों के संबंध में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव रखने वाले लोगों को राज्य सभा का सांसद बनाया बनाया जाता है।

राज्यसभा के  सांसद की शक्तियां क्या होती हैं- Powers of Rajay Sabha Member

राज्यसभा के सांसद की शक्तियां निम्नलिखित प्रकार की होती हैं जिनका विवरण हम आपको नीचे बिंदु अनुसार देंगे जो इस प्रकार है

विधायी शक्तियां (Legislative Powers)

राज्यसभा और लोक सभा को संविधान के द्वारा बराबर की शक्तियां दी गई है अगर कोई भी विधेयक लोकसभा में पारित होता है तो उसके बाद इसे राज्यसभा में भी पारित करवाना आवश्यक है तभी जाकर इस विधायक को संविधान के अनुरूप वैध माना जाएगा अगर ऐसा नहीं होता है तो उस विधायक को रद्द किया जा सकता है 

संविधान संशोधन की शक्ति

अगर सरकार संविधान में किसी प्रकार के संशोधन करना चाहती है तो उसके लिए सबसे पहले उसे लोकसभा में में इसका प्रस्ताव पारित कराना होगा इस प्रस्ताव को राज्यसभा में भी प्रस्तुत करना होगा अगर दोनों सदनों से इस प्रस्ताव को दो तिहाई बहुमत से पारित किया जाता है तभी जाकर संविधान संशोधन किया जा सकता है ऐसी स्थिति में अगर किसी एक सदन के द्वारा इसे अस्वीकार कर दिया गया तो संविधान संशोधन संविधान के अनुरूप मान्य नहीं होगा

वित्तीय शक्ति

कोई भी देती है विधायक सबसे पहले लोकसभा में पारित किया जाता है उसके बाद उसे राज्यसभा में भेजा जाएगा राज्यसभा के सांसद उस विधेयक पर 14 दिनों के अंदर अपनी सहमति प्रदान करेंगे और या सुझाव देंगे सबसे महत्वपूर्ण बातें लोकसभा राज्यसभा के सुझाव को मानेगा या कुल मिलाकर लोकसभा के ऊपर निर्भर करता है इसलिए संविधान में वित्तीय शक्ति के मामले में लोकसभा के मुकाबले राज्यसभा को दुर्बल शक्तियां प्रदान की गई है.

कार्यपालिका सम्बन्धी शक्ति

लोकसभा के पास राज्यसभा के मुकाबले कार्यपालिका संबंधी शक्तियां सबसे अधिक है क्योंकि मंत्री परिषद लोकसभा प्रति उत्तरदाई होता है राज्यसभा के सांसद मंत्री और विधायक से संबंधित सवाल पूछ सकते हैं लेकिन उनके पास मंत्री के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाकर हटाने का अधिकार नहीं होता है

विविध शक्तियां 

राज्यसभा के सांसद लोकसभा सांसद के साथ उपराष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेते हैं इसके अलावा जब राष्ट्रपति का चुनाव होता है तो उसमें भी राज्यसभा के सांसद लोकसभा के सांसद साथ में मिलकर भाग राष्ट्रपति का चयन करते हैं के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश और विशेष प्रकार के पदाधिकारियों को पर अगर महाभियोग चलाया जाएगा तो उसके लिए राज्यसभा के सांसद लोकसभा के सांसद के साथ मिलकर मुख्य न्यायाधीश और विशेष प्रकार के पदाधिकारियों को उनके पद से हटा सकते हैं I 

अगर देश के उपराष्ट्रपति को उसके पद से हटाना है तो इसके लिए सबसे पहले प्रस्ताव राज्यसभा में आएगा उसके बाद ही उस प्रस्ताव को लोकसभा में भेजा जाएगा I इसके अलावा अगर देश के राष्ट्रपति को उनके पद से हटाना है तो उनके लिए संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाना होगा जिनका समर्थन दोनों सदनों राज्य सभा और लोक सभा को करना होगा तभी जाकर राष्ट्रपति को हटाया जा सकता है I सबसे महत्वपूर्ण बात की सभा का प्रमुख देश का उपराष्ट्रपति होता है जो राज्यसभा की सदन की कार्रवाई को संचालित करता है आज की तारीख में राज्यसभा सभापति वेंकैया नायडू है I 

Rajya Sabha Members Election Process in Hindi
Rajya Sabha Members Election Process in Hindi

राज्यसभा के सांसद को मिलने वाली सैलरी और अन्य सुविधाएं – Rajay Sabha Member Salary

आज सभा के सांसद को प्रति माह ₹16000 दिया जाता है। इसके अलावा साल में जितनी देर राज्यसभा का सदन संचालित होगा उसके अनुरूप उन्हें प्रतिदिन हजार रुपए दिए जाएंगे I इसके अलावा कार्यालय भत्ते के तौर पर उन्हें 20000 हजार प्रतिमाह दिए जाएंगे।

  • राज्यसभा के सांसद अगर ट्रेन से कहीं जा रहे हैं तो उन्हें फ्री में फर्स्ट क्लास एसी इन क्लास एसी का किराया नहीं देना पड़ेगा
  • इसके अलावा अगर वह हवाई यात्रा करते हैं तो उनको हवाई यात्रा के दौरान सिर्फ अपने टिकट का 25% भुगतान करना पड़ता है
  • अगर वह सड़क मार्ग से कहीं पर जा रहे हैं तो per किलोमीटर उन्हें ₹34 दिए जाएंगे
  • राज सभा के सांसद अपने पत्नी और बच्चों के साथ में 34 बार फ्री में हवाई यात्रा कर सकते हैं इसके अलावा उनके परिवार का कोई सदस्य साल में 8 बार फ्री में हवाई यात्रा का लाभ उठा सकता है 
  • राज्यसभा के सांसद को रहने के लिए घर भी सरकार की तरफ से दिया जाता है और घर में रखरखाव का पूरा खर्च सरकार उठाती है।
  • टेलीफोन का बिल भी उन्हें नहीं देना पड़ता है।
  • 4000 किलोलीटर पानी और 50,000 यूनिट बिजली उन्हें फ्री में दी जाती है।

सवाल जवाब (FAQ)

राज्यसभा को हिंदी में क्या कहते हैं?

राज्यसभा भारतीय लोकतंत्र की सर्वोच्च प्रतिनिधि सभा है। लोकसभा प्रतिनिधि सभा है। राज्यसभा में 245 सदस्य होते हैं। 12 सदस्य भारत के राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत किए जाते हैं।

राज्यसभा चुनाव कितने साल के अंतराल पर होता है

राज्यसभा का चुनाव प्रत्येक 2 वर्ष के अंतराल से होता है क्योंकि इसके एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो जाता है I 

राज्यसभा के सांसद का कार्यकाल कितना होता है

लोकसभा के सांसदों का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है उसके बाद पुनः उन्हें चुनाव लड़ना होता है इसके विपरीत राज्यसभा के सांसदों का कार्यकाल 6 वर्षों का होता है I 

निष्कर्ष

हम आशा करते है के इस आर्टिकल से इस आर्टिकल से आपको राजयसभा क्या है ? Rajya Sabha Members Election Process in Hindi? इसके राजयसभा मेंबर कैसे बनते है ? राजयसभा मेंबर बनने की योग्यता क्या है ? Power of Rajaysabha and members , Rajaysabha Member salary and other benefits , Difference between Rajaysabha and Loksabha आदि के बारे में पूरी जानकारी मिल गया होगा । आप अपने सवाल और सुझाव निचे कमेंट कर सकते है । हमारे साथ जुड़े रहने के लिए हमे सोशल मीडिया पर फॉलो करे । धन्यावाद।

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